विमल खाने से क्या होता है? जहर है या अमृत ? ये नही पढ़ा तो रोना पडेगा मेरी जान ! vimal khane se kya hota hai

विमल खाने से क्या होता है :- कल्पना करें की क्या होगा अगर एक सुबह आप उठो और शीशे मेें देखो कि तुम्हारा मुंह सड़ चुका है? क्या होगा अगर डॉक्टर बोले कि अब कुछ नहीं किया जा सकता? सोचो, अगर तुम्हें सिर्फ एक छोटे से पाउच के कारण अपने परिवार से हमेशा के लिए दूर जाना पड़े?”

ये बातें मैं तुम्हे डराने या दहशत में डालने के लिए नही बोल रहा हूं बल्कि पर्सनल Experience के आधार पर बोल रहा हू जो मेने कुछ साल पहले होते देखा,

दरअसल मेरा एक रवि नाम का दोस्त था जिसको कॉलेज में बुरी संगत के चलते गुटखा खाने की आदत पड गई और वो भी मजे – मजे में दिन के 3 – 4 पाउच खाने लगा,

मेरे लाख मना करने के बाद भी उसने गुटखा नही छोड़ा और अक्सर कहा करता था की “भाई, एक छोटा सा पाउच खाने से क्या होगा?’

तकरीबन 1.5 साल बाद उसके मुंह में एक सफेद दाग पड़ा, जिसे उसने इग्नोर कर दिया।, जब समस्या ज्यादा बडी हुई तो उसने डॉक्टर को दिखाया मगर तब तक देर हो चुकी थी, डॉक्टर मे  बोला “ये ओरल कैंसर के शुरुआती लक्षण हैं। आज, रवि का जबड़ा लॉक हो चुका है, और वो सिर्फ लिक्विड डाइट पर जी रहा है।”

तो ना जाने एक पाउच गुटखे के चक्कर में कितने रवि आज हमारे आस – पास घूम रह हैं और आगे ही कितने इस समस्या का शिकार होगे,

लोग तनाव और स्ट्रेस से राहत पाने के लिए या दोस्तों में कूल दिखने के लिए इसका यूज करने लगते हैं मगर यकीन मानिये गुटखा आपके लिए किसी जहर से कम नही है,

कभी टाइम मिले तो किसी हॉस्पिटल के कैंसर वार्ड में जरूर जाएं, वहां मुंह के कैंसर का शिकार हुए लोगों से बात करेंगे तो आपको ज्यादातर गुटखा या तम्बाकू के आदि मिलेगे ।

तो जो लोग पूछते हैं की vimal khane se kya hota hai ? उनको इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक जरूर पडना चाहिये क्योकि यहां हम आपके लिए पुरी रिसर्च के बाद इस टॉपिक के बारे में बता रहे हैं की विमल खाने से शरीर में क्या होता है?, ज्यादा गुटखा खाने से क्या होता है ? गुटखा से क्या होता है वगहरा – वगहरा

तो अगर आपका भी कोई परिजन, दोस्त या आप खुद ही खुटखा चबाते हैं चाहे वो राजश्री, तानसेन या रजनीगंधा क्यो ना हो आपको इस लेख को जरूर पढ़ना चाहिये ।

विमल खाने से क्या होता है –
vimal khane se kya hota hai

विमल खाने से क्या होता है
विमल खाने से क्या होता है

दोस्तों विमल भारत में बिकने वाला एक पोपुलर गुटखा ब्रांड है जिसको लाखों लोग खाते है इसलिए लोगो के मन में अक्सर कन्फ्यूजन रहती है की विमल खाने के फायदे क्या  है और विमल खाने के नुकसान क्या हो सकते है ?

क्योकि कुछ लोग कहते हैं की विमल खाने के बाद उनको Relax फील होता है, काम पर फोकस कर पाते हैं और स्ट्रेस सेेे राहत मिलती है लेकिन वही हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं की विमल और दूससे गुटखे के प्रोडक्ट जानलेवा है और इनसे कैंसर तक हो सकता है ।

इसलिए सबसे पहले आपको ये पता होना चाहिये विमल में क्या होता है? या विमल गुटखा में क्या-क्या मिलाया जाता है? तभी आपको समझ आएगा की इसके क्या – क्या प्रभाव हो सकते हैं ।

विमल में क्या होता है? – Vimal me kya hota hai

आमतौर में किसी भी गुटखे में सुपारी, बुझा हुआ चूना, कत्था, स्वाद देने वाले एजेंट: जैसे गुलखंड और तम्बाकू होता है लेकिन कई बार पैसे बचाने और ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में और प्रोडक्ट की लागत कम करने के लिए कम्पनियां सस्ते मगर खतरनाक कैमिकलों का यूज करती हैं जो मुंह के लिए जहर से कम नही होते ।

ज्यादा जानने के लिए आप नीचे वाली विडियो को देख सकते हैं –

विमल खाने के नुकसान – vimal pan masala khane ke nuksan

दोस्तों आइये अब जानते है विमल खाने से शरीर में क्या होता है? (vimal khane se sharir me kya hota hai ),

1. कैंसर होने का रिस्क – Risk of cancer

गुटखा खाने वाले व्यक्ति के लिए सबसे ज्यादा घतरनाक बिमारी है जिससे बचना लगभग ना के बराबर है, गुटखा के अंदर पाये जाने वाले हानिकरक तत्व और कैंसर इस समस्या को जन्म दे सकते हैं और व्यक्ति को कई प्रकार के कैंसर होने का डर होता है जैसे –

मुंह का कैंसर :– जो लोग ज्यादा गुटखा चबाते हैं उनको गालों के अंदर, जीभ और मसूड़ों का कैंसर होना आम समस्या है ।

पेट और फेफड़ों का कैंसर :- गुटखा या विमल के अंदर पाये जाने वाले विषैले तत्व अगर आंत या पेट के अंदर पहुच जाए तो और फेफड़ों में ट्यूमर और कैंसर हो सकता है।

गले का कैंसर (Throat Cancer) :- इसके बारे में हमे आपको ज्यादा बताने की जरूरत नही है क्योकि गुटखा खाने वाले लोगो को अक्सर स्वरयंत्र और गले का कैंसर होता है ।

दांतों और मसूड़ों की दिक्कतें – Teeth problems

डेली गुटखा चबाने वाले लोगों के दांत और मसूडों पर सीधा असर पडता है जिसकी वजह से उन्हे कई दिक्कतों का सामना करना पडता है जैसे –

1. दांतो का पीला या लाल पडना :- ये गुटखा या विमल खाने वाले व्यक्ति की सबसे बडी निशानी है, बिना बताए भी लोग व्यक्ति को उसके दांत देख कर बता  देते हैं की ये गुटखा खाता है ।

2. मसूडों में दिक्कत पेश आना तथा उनमें खून या सूजन का आना ।

3. जबड़े की जकड़न (ओरल सबम्यूकस फाइब्रोसिस, OSF) – यह बहुत गंभीर स्थिति है जिसमें मुंह पूरी तरह से खुल नहीं पाता और व्यक्ति को काफी ज्यादा परेशानी झेलनी पडती है ।

4. मुंह के अंदर Infection या छालों का होना ।

दिल पर बुरा असर पडना

आपको लग रहा होगा की गुटखा जैसे की विमल, राजश्री दिल पर किस प्रकार से असर डाल सकते हैं ?

मगर कई हैल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है की  निकोटीन और अन्य हानिकारक केमिकल्स से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है,  जिससे की स्ट्रोक तथा दिल का दौरा पडने की संभावना बढ़ सकती है ।

पाचन तंत्र पर बुरा असर – Bad effects of digestion

आपने अक्सर गुटखा खाने वाले व्यक्ति को पाचन तंत्र से जुडी परेशानियां बताते देखा होगा क्योकि इसमें पाये जाने वाले हानिकारक केमिकल्स सीधे पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं और कई समस्याओं को जन्म दे सकते हैं जैसे –

  • कब्ज और गैस का होना
  • लीवर और किडनी को क्षति पहुचना
  • एसिडिटी और अपच की समस्या होना

मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव – Bad effects on mental health

गुटखा खाने वाले व्यक्ति को ना केवल शारीरिक रोग होते हैं बल्कि मानसिक समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती है क्योकि इसमें निकोटीन होता है जिसकी लोगो को लत जाती है जिसकी वजह से याददाश्त कमजोर होना, काम में फोकस ना कर पाना, तनाव या डिप्रेशन के लक्षण दिखना कोमन परेशानियां है ।

सामाजिक नुकसान

हमें आपको ज्यादा बताने की जरूरत नही है की गुटखा खाने वाले व्यक्ति को समाज किस नजर से देखता है, ऐसे लोगो को असभ्य व्यक्ति समझा जाता है, क्योकि इनकी हर जगह थूकने की आदत, मुंह से बदवू और पीले दतों के चलते लोग इनसे दूरी बनाना अच्छा समझते है,

मगर इसके अलावा भी विमल खाने के कई सामाजिक नुकसान होते हैं, उदाहरण के लिए –

1. नशे की लत के चक्कर में व्यक्ति गुस्सैल एंव चिड़चिड़ा होने लगता है जिसके चक्कर में उसके परिवार से रिश्ते बिगड़ने लगते हैं ।

2. भारत में गुटखा खाने वाले लोग गंदगी फैलाने का एक मुख्य कारण है, रेलवे स्टेशन, सड़के और पुलों के नीचे तथा दिवारों के किनारे लोग गुटखा के पीक थूकते हैं नतीजतन गंदगी और बिमारियां तेजी से फैलती हैं ।

पैसे की बर्वादी

विमल खाने की लत ना केवल आपकी सेहत बल्कि जेब पर भी भारी है, अगर कोई व्यक्ति रोज गुटखा खा रहा है तो लंबी अवधि में उसको भारी नुकसान झेलना पड सकता है –

उदाहरण के लिए अगर कोई व्यक्ति रोज 20 रूपय सिर्फ गुटखा खाने पर बर्वाद कर रहा है तो साल के तकरीबन 7,300 रुपये इस जहरीले पदार्थ पर खर्च हो जाते हैं जोकि 10 साल में 7,3000 रुपये हो जाते हैं,

30-40 साल तक कोई व्यक्ति गुटखा खाता है तो लाखों रूपय इस सस्ते जहर पर बर्वाद हो जाते हैं ।

खैर ऊपर जो खर्च होता है उसको अलग भी रख दें तो गुटखा खाने पर जो बिमारियां होती है उनका इलाज काफी मंहगा पडता है, दांतो एंव मसूडों की दिक्कतें, दिल की बिमारियां, मानसिक रोगों के लिए थैरेपी तथा कैंसर का इलाज काफी ज्यादा मंहगा होता है जो परिवारों की आर्थिक स्थिति की कमर तोट कर रख देता है ।

विमल खाने के फायदे – vimal khane ke fayde

दोस्तों कुछ बेवकूफ लोग गुटखा खाने के फायदे ( gutkha khane ke fayde ) भी गिनाते हैं, उनका तर्क है की इसको खाने के बाद वो रीलेक्स फील करते हैं और उनका स्ट्रेस कम होता है,

मगर क्या ये सच है ? आप जरा अपने आस – पास उन लोगों को देखें जिन्होने कभी इस तरह के पदार्थों का सेवन नही किया, क्या उनको सट्रेस नही होता?

दरअसल सच ये है की उन लोगों स्ट्रेस भी गुटखा के कारण होता है, निकोटिन के कारण गुटखा की लत लग जाती है और जब आप इसका यूज करना बंद कर देते हैं तो बैचेनी होने लगती है और गुटखा खाते है बैचेनी दूर हो जाती है जिससे व्यक्ति को लगता है की गुटखा उसका स्ट्रेस कम कर रहा है जबकि गुटखा ही उसके स्ट्रेस का कारण बन रहा है ।

So i hope की आपको पता चल गया होगा की ज्यादा गुटखा खाने से क्या होता है या विमल खाने से क्या होता है – vimal khane se kya hota hai ?

तानसेन खाने से क्या होता है – रजनीगंधा खाने के फायदे

काफी लोग दूसरे गुटखों के बारे में भी पूछते हैं की राजश्री खाने से क्या होता है ?, तानसेन खाने से क्या होता है ? तो आपको बता दू की सभी गुटखों की मुख्य सामाग्री, फ्लेवर को छोड़ कर समान ही होती है इसलिए हर प्रकार और ब्रांड का गुटखा आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है ।

विमल खाना कैसे छोड़े – vimal khana kaise chode

दोस्तों अभी तक हमने समस्या की बात करी और जाना विमल खाने से क्या होता है ? आइये अब जाने गुटखा खाना कैसे छोड़े ( gutkha khana kaise chode ) –

1. अगर आप सालों से गुटखा खा रहे हैं तो एकदम से बंद करना मुश्किल हो सकता है इसलिए धीरे – धीरे कम करें जैसे, रोज 5 गुटखे खाते हैं, तो इसे 4, फिर 3, और धीरे-धीरे 0 तक लाएँ।

2. मार्केट में आपको निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (NRT) के रूप में  निकोटीन पैच, गम या टैबलेट मिलती हैं जिनका यूज आप तब करें जब भी गुटखा खाने की इच्छा हो, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसको लेना है ।

3. सबसे अच्छा तरीका है की जब भी आपको गुटखा खाने की इच्छा हो तो सौंफ, इलायची, गुड़, या च्यूइंग गम को खाएं, इससे धीरे – धीरे गुटखे की आदत कमजोर पडने लगेगी ।

4. नियमित रूप से मेडिटेशन और योग करने की आदत डालें, इससे मानसिक शक्ति बढ़ती है और खुटखे की लत को काबू करने में सहायता मिलती है ।

5. खुदको हाइड्रेट रखें और कम से कम 8 – 10 ग्लास पानी पियें ।

6. गुटखे की तलब से दूर रहनेेे के लिए खुदको कुछ अच्छे कारण दें, दोस्तों से मदद लें, परिवार जनों से वादा करें और ईश्वर से मदद मांगे, ये छोटी – छोटी चीजें भी आपको काफी Support कर सकती हैं ।

आज आपने क्या जाना

विमल India में एक पोपुलर गुटखा ब्रांड है मगर 90% लोगों को यही नही पता की विमल खाने से क्या होता है –
vimal khane se kya hota hai ?

जिस कारण वो कई जानलेवा बिमारियां का शिकार हो जाते हैं  इसलिए आज इस आर्टिकल में हमने इस विषय पर पुरी जानकारी दी साथ ही ये भी बताया की विमल खाना कैसे छोड़े ?

We hope की इस आर्टिकल से आपकी कुछ हैल्प हुई होगी, आगे भी इसी प्रकार के लेख पढ़ते रहने के लिए हमें Follow ओर Subscribe करना ना भूलें ।

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